Sponsor

banner image

recent posts

की अनोखी दास्ताँ | NIKOLA TESLA KA JEEVAN

   निकोला टेस्ला की अनोखी दास्ताँ |         NIKOLA   TESLA KA JEEVAN



10 of the Most Important Inventions                    of Nikola Tesla

 सर निकोला टेस्ला वह साइंटिस्ट थे जिन्हें आप लोग 1 मिनट एक्शन के साइंटिस्ट के तौर पर जानते हैं जिनकी इन्वेंशन के बिना आज की दुनिया की कल्पना करना भी मुश्किल होता। टेस्ला से जुड़ी 24 ऐसी बातें जानोगे, जिन्हें सुनकर आप दंग रह जाओगे।

निकोला टेस्ला   यादाश्त फोटोग्राफिक थी,। वह जो भी एक बार पढ़ लेते या देख लेते हैं उनके दिमाग में छप जाता था अगर वह किसी बुक को पढ़ते हैं तो पूरी बुक वर्ल्ड फॉरवर्ड याद रख लेते थे

टेस्ला जो भी सोचते थे कि नहीं का आईडिया अगर उनके दिमाग में आता तो वह उसे लिखने और रोक करने में अपना वक्त जाया नहीं करते थे बल्कि सीधे उसे व्यापक प्रयोग करना शुरू कर देते थे।


 निकोला टेस्ला को 8 भाषाओं का ज्ञान था इंग्लिश ट्रांसलेशनंच इटालियन जर्मन हंगेरियन लाइन फॉर इटालियन फैसला इन सभी भाषाओं को बोल लेते थे।

 किसी नए अविष्कार का आईडिया तो उसेनको वह पूरी तरीके से अपने दिमाग में तैयार कर लेते थे। पूरी सटीकता के साथ इनमें चीन के सभी पहलुओं यानी उसका आकार क्या होगा उसका उसकी लंबाई चौड़ाई क्या होगी सभी आयामों की तस्वीर उनके दिमाग में तैयार हो जाती थी यहां तक कि इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने से पहले ही उसका अंतिम रूप दे उनके दिमाग में तैयार हो जाता था कि से पिक्चर थिंकिंग कहा जाता है

  ट्वेंटीदो तसला की मदर फ्यूकर टेस्ला पढ़ी-लिखी नहीं थी, लेकिन वह गजब की कार्य करती।वह हाथों से मशीन औजार और घरेलू साथ सामान बनाने में माहिर थी। वह धागों से हर तरह की कलाकारी कर लेती थी। फैसला अपनी फोटोग्राफिक मेमोरी और क्रिएटिविटीज का क्रेडिट अपनी मां को देते थे और कहते थे कि यह प्रतिभा उन्हें विरासत में मिली है

  स्कूल के दिनों में टेस्ला अपने दिमाग में ही मैं की मुश्किल से मुश्किल कैलकुलेशन करने में माहिर थे। वह दिमाग में ही इंटीग्रल कैलकुलस कर लेते थे। उनके टीचर को लगता है कि टकला चैटिंग करते हैं 

एक दिन अपनी लाइफ में काम कर रहे थे तो उनके रिसीवर में उन्होंने कुछ असामान्य सिग्नल्स को देखा। इसको लेकर निकोला टेस्ला का अनुमान था कि यह सिग्नल्स किसी दूसरे प्लानेट से आए थे और उनका किसी दूसरे ग्रह से संपर्क जुड़ा का फैसला ने इस बात का जिक्र दिसंबर 1899 को एक रिपोर्टर को लिखे अपने लेटर में ही किया था।


 रिपोर्टर को बताया कि उन्होंने एक ऐसा हथियार डिजाइन किया है जो सभी युद्धों को खत्म करते देखा गया। टेस्ला ने बताया कि यह एक रक्षात्मक हथियार है इसे देश के बॉर्डर पर लगाया जा सकता है और दुश्मन सेना और उनके एयरक्राफ्ट को देश की सीमा में घुसने से पहले ही मार गिराया जा सकता है ताकि अपनी जिंदगी के दौरान इस बारे में कभी नहीं बताया कि यह सुप्रभातम कैसे काम करेगा। 

 निकोला टेस्ला  आजीवन शादी नहीं की। फैसला कहते थे कि उनका ब्रह्मचार्य उनकी वैज्ञानिक उपलब्धियों में मददगार रहा है। बाद के सालों में tech9 एक रिपोर्टर से बात करते हुए कहा था कि कई बार बोलिए महसूस करते हैं कि शादी ना करके उन्होंने साइंस के लिए एक कुर्बानी दी है। 

 टेस्ला।जनसंख्या के एक धार्मिक परिवार में हुआ था उनके पिता एक पात्री थे और वह चाहते थे कि टेस्ला भी पादरी बने, लेकिन निकोला टेस्ला  को इसमें दिलचस्पी नहीं थी।

 वह अपने टाइम से बेहद आगे थे वायरलेस टेक्नोलॉजी से जुड़ी उनकी डिस्कवरी इसकी वजह से ही आज स्मार्टफोन का वजूद पॉसिबल हो पाया है। 

में एक पब्लिक इवेंट में टेस्ला की मुलाकात स्वामी विवेकानंद से हुई थी। 13 फरवरी 5896 को अपने किसी दोस्त को लेटर में स्वामी विवेकानंद ने इस बात का जिक्र किया। दोनों की इस टॉपिक पर बात हुई थी कि कैसेनिकोला टेस्ला  के एनर्जी को लेकर आइडियाज वेदांती कॉस्मोलॉजी से काफी मिलते हैं 

 एक रेडियो कंट्रोल नाव बनाई थी जो रिमोट से चलती थी रेडियो कंट्रोल सिस्टम में रेडियो द्वारा ट्रांसलेट किए गए सिग्नल से डिवाइस को रिमोट कंट्रोल किया जाता था। अपना ही आईडिया यूएस मिलिट्री को देखना चाहते थे कि वह इसका इस्तेमाल युद्ध में रेडियो कंट्रोल टोल पेड़ों के रूप में कर सकते हैं। लेकिन युवक मिलिट्री नस में इंटरेस्ट नहीं दिखाया। पहले विश्व युद्ध तक रिमोट कंट्रोल के बारे में लोग ज्यादा नहीं जानते थे और पहले विश्व युद्ध के बाद तब इसके।बारे में जानकारी पड़ी जब कई देशों ने अपने मिलिट्री प्रोग्राम में इसका इस्तेमाल करना शुरू किया 

 में न्यूयॉर्क में हुए एक इलेक्ट्रिकल अधिवेशन के दौरान टेस्ला पहली बार रिमोट से चलने वाली इस नाम को लोगों के सामने लेकर आए जो वहां मौजूद भीड़ ने से देखा तो किसी को भी यकीन नहीं हुआ और लोग कहने लगे कि यह कोई मैंने किसी ट्रेंड monkey  नाव में बिठा रखा है

 अपने स्वास्थ्य के लिए टकला हर रोज 13 से 16 किलोमीटर पैदल चलते थे।


नंबर टेस्ला को कबूतरों से बड़ा गहरा लगाव था वह हर रोज जून को दाना डालते थे। टेस्ला अपने होटल के कमरे की खिड़की से भी कबूतरों को खिलाते थे तो कहती थी कि माता कबूतर से उन्हें बेहद प्रेम का। वैसे ही जैसे कोई अपनी प्रेमिका से प्यार करता है ना अपनी जिंदगी के अंतिम सालों में शाकाहारी बनपशुओं को सिर्फ मिल्क ब्रेड हनी और वेजिटेबल जूस पी लेते थे।


 में ट्रांसफॉर्मर एडिशन की कंपनी में काम किया एडिशन में डाटा को ऑफर दिया कि अगर वह उसकी इन्वेंशन जनरेटिंग को मॉडिफाई करता है तो वह उसे $50000 देगा। उस जमाने में यह बड़ी रकम थी।


अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में जिस बिजली का उपयोग करते हैं उसका क्रेडिट निकोला टेस्ला हो ही जाता है फैसला न अल्टरनेटिंग करंट सिस्टम को दुनिया के सामने रखा एडमिशन डायरेक्ट करंट मानते थे जबकि टेस्ला अल्टरनेटिंग करंट को डायरेक्ट करंट बिजली की उतारा को कहते हैं जो एक ही दिशा में बहती है डायरेक्ट करंट, बल और मोटर चलाने के लिए तो काफी था लेकिन इससे लंबी दूरी तक पावर ट्रांसमिशन करना पॉसिबल नहीं था जबकि ऐसी सिस्टम में बिजली लगातार अपनी दिशा बदलती रहती है। एसी सिस्टम से दूर-दूर तक बड़ी आसानी से बिजली पहुंचाई जा सकती थी। टेस्ला थॉमस एडिसन के डीसी सिस्टम की कमियों को दुनिया के सामने लेकर आए दोनों में इसको लेकर काफी बहस हुई थी जिसको एक बार उपकरण के नाम से जाना जाता है। आज पूरी दुनिया में ऐसी सिस्टम द्वारा ही घरों में पावर सप्लाई करवाई जाती है।


टेस्ला के नाम पर निकोला टेस्ला पुरस्कार दिया जाता है यह पुरस्कार उन्हें इन्वेंटर्स को दिया जाता है जो इलेक्ट्रिक पावर की जनरेशन और यूटिलाइजेशन में मेजर कॉन्ट्रिब्यूशन करते 

यह माना जाता है कि टेस्ला के द्वारा 300 अलग-अलग आविष्कार किए गए थे या आविष्कारों में टेस्ला का योगदान था इस बात पर बहस होती रही है कि टोटल कितने पेटेंट टेस्ला के नाम दर्ज हैं दुनियाभर के 26 देशों से कम से कम 278 पेटेंट टेस्ला के नाम जारी किए गए हैं। नंबर दो हैरानी होती है इतने महान इनवर्टर होने के बावजूद भी टेस्ला नोबेल प्राइज नहीं जीत पाए।


 जनवरी, 1943 को म्यूट कर होटल के रूम नंबर 33 27 में फैसला मृत पाए गए अपने अंतिम दिनों में लोगों से मिलना बिल्कुल बंद कर रखा था। उन्होंने अपने कमरे के दरवाजे पर डू नॉट डिस्टर्ब का साइन लगा रखा था निकोला टेस्ला  की मृत्यु की सूचना सबसे पहले होटल की एक मीटिंग हुई उसने निकोला टेस्ला  के दरवाजे पर लगा दो नॉट डिस्टर्ब का ignor  किया और सीधे कमरे में चले गए, जहां उन्हें टेस्ला मरीज मिले टेस्ला कीbody की जांच करने पर यह पता चला कि उनकी मृत्यु को भी तो मौत की वजह से हुई है।

 सर निकोला टेस्ला एक महान साइंटिस्ट थे उनमें वैज्ञानिक प्रतिभा कूट-कूट कर भरी थी, लेकिन चुपचाप रहने वाले इस व्यक्ति में सामाजिक और व्यापारिक कुशलता नहीं थी। इसलिए वह कभी एडिशन जितने famous  नहीं हो पाए।


                        BY RAM EXAM.COM

की अनोखी दास्ताँ | NIKOLA TESLA KA JEEVAN की अनोखी दास्ताँ |       NIKOLA   TESLA KA JEEVAN Reviewed by ramexam on June 22, 2021 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.